इनकी मौजूदगी मैदान पर टीम की जीत का यकीन दिलाती है और यही भरोसा वे मैदान के बाहर व्यापार जगत में भी जगाते हैं, तभी तो वे बाजार की पसंद हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ऐसे क्रिकेटरों में पहले नंबर पर हैं। रांची जैसे मध्यम दर्जे के शहर से निकल राष्ट्रीय परिदृश्य पर छा गए धोनी ने जितने कम समय कामयाबी की ऊंची सीढि़यां चढ़ी हैं, वह अपने आप में एक मिसाल है। पांच साल में महेंद्र सिंह धोनी अब एक नाम भर नहीं रह गए हैं, बल्कि एक ब्रांड में तब्दील हो चुके हैं। इसलिए ये कोई हैरानी की बात नहीं कि जब जानी-मानी बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे कमाऊ क्रिकेटरों की लिस्ट जारी की, तो इसमें सबसे ऊपर भारतीय कप्तान का नाम था।
धोनी ने यह मुकाम क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़कर हासिल किया है। धोनी ने जहां बीते साल 10 मिलियन डॉलर यानी करीब 49 करोड़ रुपए की कमाई की, वहीं सचिन तेंदुलकर करीब 40 करोड़ रुपए कमा कर दूसरे पायदान पर हैं। इस लिस्ट में भारतीय उपकप्तान युवराज सिंह, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली जैसे क्रिकेटर भी शामिल हैं।
धोनी की कमाई में से बड़ा हिस्सा मैदान से नहीं, बल्कि मैदान के बाहर विज्ञापनों से होती है। धोनी ने बीते साल विज्ञापनों से 40 करोड़ रुपए कमाई की। बाजार जानता है कि धोनी का सितारा बुलंदी पर है और इस नाम को अपने साथ जोड़ लेना ही कामयाबी की गारंटी है। तभी तो आज धोनी के साथ 17 बड़ी कंपनियों के नाम जुड़े हुए हैं। इतने ज्यादा ब्रांडों से कोई क्रिकेटर नहीं जुड़ा। धोनी से ज्यादा ब्रांड सिर्फ बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के पास हैं। यह अपने आप में बताता है कि धोनी का कद आज कितना बड़ा हो चुका है।
दो हजार रुपए से अपनी पहली नौकरी शुरू करने वाले धोनी आज अपने हर रन के लिए करीब ढ़ाई लाख रुपए कमाते हैं। वे आईपीएल की शुरुआती बोली में सबसे मंहगे खिलाड़ी बने, एक युवा क्रिकेटर से टीम इंडिया के कप्तान बने, टीम को टी20 विश्व कप का ताज दिलाया, टीम इंडिया को कामयाबी की नई ऊचाईयों पर ले गए। धोनी टीम को जीत और सिर्फ जीत का पाठ पढ़ाते हैं। वे मैन मैनेजमेंट की एक बेमिसाल तस्वीर पेश करते हैं।
करीब पांच साल पहले धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मंच पर किसी रॉक स्टार की तरह आए और छा गए। लंबे बाल और रोबीला अंदाज। माही का यह स्टाइल उनके खेल में भी नजर आता है। गेंदबाज पर हावी होना और आसमान को छूते शॉट, माही के इस बेखौफ अंदाज में युवाओं ने एक नए रोल मॉडल की तस्वीर देखी। उन्हें लगा कि यह नए भारत का नया हीरो है, जो परिस्थितियों से हार मानकर बैठने या फिर रास्ता बदलने की बजाए जिद करने की बात करता है और अपनी जिद के दम पर दुनिया बदलने की राह भी दिखाता है।
धोनी, भारत के उन युवाओं की वह तस्वीर दिखाते हैं, जो रहते हैं छोटे शहरों में, लेकिन जिनकी आंखों में बड़े सपने पलते हैं। धोनी ने उन सपनों को पर देने में अहम भूमिका निभाई है। युवा अब सिर्फ सपने देखते ही नहीं हैं, बल्कि उन सपनों को पूरा करने के लिए शिद्दत से कोशिश भी करते है। और, निश्चित रूप से उन्हें इस बात की प्रेरणा धोनी जैसे लोगों से मिलती है।
Sunday, September 6, 2009
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